जेसीबी से हो रहा ग्राम पंचायत में चकरोड निर्माण का कार्य–
जेसीबी से हो रहा ग्राम पंचायत में चकरोड निर्माण का कार्य–

बस्ती जिले के कुदरहा ब्लॉक के अंतर्गत कटया पंडित मे मनरेगा योजना के तहत जॉब कार्डधारियों को मजदूरी पर नहीं रखा जा रहा है बल्कि इनके स्थान पर जेसीबी मशीनों से चकरोड का काम लिया जा रहा है, इससे मनरेगा कार्ड धारको मे रोष है । मंझरिया ग्राम पंचायत की कुदरहा ब्लॉक के कटया पंडित गांव में चकरोड पटाई का कराया जा रहा है इस मार्ग का निर्माण मनरेगा योजना के तहत कराया जाना है यह कार्य पंचायत क्षेत्र के जॉब कार्डधारियों से ना कराते हुए जेसीबी मशीन से कराया जा रहा है जबकि पंचायत क्षेत्र के अनेकों जॉब कार्डधारी रोजगार की तलाश में इधर-उधर भटक रहे है। सरकार ने भी ऐसे लोगों के लिए पंचायत स्तर पर मनरेगा सहित अन्य कार्यों के लिए रोजगार की व्यवस्था बनाई है। लेकिन अब ग्राम पंचायत स्तर पर ही गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाकर ग्रामीण मजदूरों को बेरोजगार बनाया जा रहा है। प्रावधानों के अनुसार मजदूरों से कार्य कराया जाना था जिससे बेरोजगारों को रोजगार मुहैया हो सके लेकिन यहा ग्राम पंचायत मंझरिया के राजस्व गांव कटया पंडित मे जेसीबी मशीन से मिट्टी के चकरोड की पटाई चल रही है । प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाने का आए दिन अथक प्रयास कर रही हैं लेकिन स्थानीय स्तर पर ही ग्राम प्रधान सरिता देवी और सचिव शैलेंद्र मणि त्रिपाठी द्वारा उच्चाधिकारियों की आंखों में धूल झोंक कर सरकार के 100 दिन के रोजगार गारण्टी योजना पर पानी फेरने मे कोई कोर कसर नहीं छोड़ जा रहा है। जेसीबी मशीन से चल रहे चकरोड पटाई कार्य के संबंध में जानकारी प्राप्त किया गया तो प्रधान प्रतिनिधि भोलू उर्फ शेषराम ने कहा कि ग्राम पंचायत मझरिया की राजस्व गांव कटया पंडित में जेसीबी मशीन से जो मिट्टी के सड़क की पटाई चल रही है उस पर मिट्टी कार्य की अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है और ना ही मस्टरोल जारी है। किसी प्रकार की आईडी भी नहीं बनी है। इस संबंध में सचिव से जानकारी लेने पर उन्होंने बताया कि हमारे जानकारी में नहीं है और ना ही उसका मस्टरोल जारी है। यह मामला 2 दिन से चल रहा है यदि मामला सही है तो हम उस पर भुगतान नहीं करेंगे।
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