नदियों, सरोवरों में लगी आस्था की डुबकी... अयोध्या तक श्रद्धालुओं का तांता

संदीप चौरसिया INewsUP
कुदरहा बस्ती । कार्तिक पूर्णिमा पर सोमवार को नदियों, सरोवरों में लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई। भोर से ही मंदिरों से लेकर नदियों के तट पर श्रद्धालुओं का जुटना शुरू हो गया। पूरे दिन सिलसिला चलता रहा। स्नान के बाद मंदिरों में पूजन-अर्चन किया। लोगों ने अन्न, वस्त्र, रुपये का दान भी किया। वहीं एक दिन पहले से ही अयोध्या जाने के लिए भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।कार्तिक पूर्णिमा पर रविवार देर शाम से ही श्रद्धालु सरयू नदी में डुबकी लगाने के लिए अयोध्या जा रहे थे। सोमवार सुबह तक यह सिलसिला जारी रहा। रोडवेज, हाईवे, बड़ेवन आदि चौराहों पर अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। ऑटो, कार आदि छोटे वाहनों से लोग अयोध्या गए। हाईवे पर पूरे दिन श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहा। बाबा भद्रेश्वरनाथ धाम, अमहट घाट, निर्मली कुंड पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। लोगों ने आस्था की डुबकी लगाने के बाद पूजा-अर्चना किए। देर शाम को लोगों ने दीपदान किया। वहीं, मंदिरों में देवी- देवताओं के समक्ष दीप जलाए। टिनिच क्षेत्र के बाराह स्थित कुआनो नदी के तट पर मान्यता के अनुसार भगवान बाराह के खोदे कुंड में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान- ध्यान किया। यहां मेले जैसा दृश्य बना रहा। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस भी मुस्तैद रही। वहीं भानपुर क्षेत्र के लोढेश्वर नाथ मंदिर पर श्रद्धालुओं का पूजन- अर्चन पूरे दिन चला। यहां मेले में लोगों ने खरीदारी भी की। कलवारी क्षेत्र के सरयू नदी के माझा खुर्द घाट पर भोर से ही श्रद्धालु डुबकी लगाना शुरू कर दिए। इस दौरान लोगों ने लोक कल्याण की कामना की। परंपरा के अनुसार महिलाओं ने सरयू माता को पूड़ी तथा हलुआ बनाकर चढ़ाया। प्रसाद वितरित किए गए। क्षेत्र के कलवारी, चकदहा, तुरकौलिया, खेमऊपुर, सुभावपुर, भोयर, वैष्णोपुर आदि गांवों के लोग ट्राली ट्रैक्टर एवं अन्य वाहनों से घाट पर पहुंचते रहे। दुबौलिया क्षेत्र के पारा, खलवा, शेरवा घाट, उनियार आदि पौराणिक स्थलों पर मेला लगा रहा। कुदरहा क्षेत्र के सरयू नदी के नौरहनी घाट पर श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। यहां अन्न दान व गोदान कर सुख समृद्धि की कामना की गई। अग्रहरि समाज के तत्वावधान में रामधनी अग्रहरि ने भंडारे का भी आयोजन किया। वहीं लालगंज स्थित मोक्षेश्वर धाम, बानपुर, मैंदी आदि जगहों पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ देखते बन रही थी। घरों में हुआ तुलसी पूजन लोगों ने घरों में सुख, शांति व समृद्धि के लिए तुलसी पूजन किया गया। दीप जलाने के बाद श्रृंगार का सामान चढ़ाया। परंपरा के अनुसार महिलाओं ने पूड़ी, हलुआ और खीर का भोग लगाया। पूजन के बाद परिवार और पड़ोसियों में प्रसाद वितरित किए गए।
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